चारवाही करे जाईले
हरियर-हरियर घास जंगल झड़ियन में पाईले ,
जहिया से होश ह ,चारवाहि करे जाईले......
दस गो भँईसिया संगे गाय हम चाराई
दूध संगे रोटी रोजे भर सीकम खाई
दोसर के आटारी देखी तनको ना लुभाईले
जहिया से..........
सतुआ थोडे बान्ह लिले गमछी के केर में
मलियन के खोल दिही चारे बजे भोर में ,
कन्हिया पर बाड़का चुका लाठी हम उठाइले
जहिया से.........
मईल आ पुरान कापड़ा भले बावे तन पर
मईल नाही जमें दिही तनको आपना मन पर
दोसर के आटारी देखी तनको ना लुभाईले
जहिया से ...........
कहेले बिजेन्दर सबसे निमन चारवाही
रहिले आनन्द नईखे दाेसरा के ताबाही
बिधना कि लिला ह ई साबका के बाताईले
जहिया से.............
✍️बिजेन्द्र कुमार तिवारी (बिजेन्दर बाबू)
गैरतपुर, माँझी, छपरा, बिहार
मोबाइल नंबर:- 7250299200
