चाय का साथे......
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बिजेन्द्र कुमार तिवारी
🙏बिजेन्दर बाबू🙏
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कुछ हमहूँ कहीं तोहके,
कुछ तुहूँ कहऽ हमके।
आवऽ मिलके मौज उड़ाईं,
चाय का साथे जमके।।
दोस्ती के शुरूआत अभी बा,
हौले हाथ बढ़ावऽ।
चाय बा अच्छा मिलल,
बहाना मिलके नैन मिलावऽ।।
करऽ इरादा पक्का नाहीं,
दूसर कोई धमके।
आवऽ मिलके नैन मिलावऽ,
चाय का साथे जमके।।
सुनऽ बिजेन्दर चाय प्रेम के,
पहिला हऽ शुरुआत।
एकरा साथे बात बनावऽ,
बनी तबहीं बात।।
चाय का साथे चाह बढ़ावऽ,
तहरो रिस्ता चमके।
आवऽ मिलके नैन मिलावऽ,
चाय का साथे जमके।।
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🙏बिजेन्दर बाबू🙏
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